क्या ये दो लायक़ हैं जो Rohit और Shubman की जगह खिलाए जा रहे हैं?
तो ये हैं सात वो बल्लेबाज़ जो इंडिया के लिये आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पर्थ टेस्ट में खेलेंगे। क्रिकेटराशि को अपने सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि नंबर सात पर आंध्र प्रदेश के ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी खिलाए जाएँगे। रेड्डी ने वाइट बॉल क्रिकेट में अपनी छाप ज़रूर छोड़ी है, पर रेड बॉल क्रिकेट में उनकी टेस्ट में खिलाना और सीधे पर्थ में और वो भी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ एक जोखिम भरा निर्णय है। अगर हार्दिक पण्ड्या टेस्ट के लिये हामी भर देते तो दूसरी बात थी। पर जब टीम को एक बोलिंग ऑलराउंडर चाहिए तो सुई आके नीतीश पर ही रुकी। नीतीश के पक्ष में बात ये जा रही है कि वो इंडिया ए के साथ कुछ हफ़्तों से ऑस्ट्रेलिया में ही हैं और उन्हें कुछ अनुभव हो गया है। हालाँकि दो मैच जो उन्होंने खेले उसमें उन्होंने 71 रन ही बनाये थे। पर टीम इंडिया के पास उनको खिलाए जाने के अलावा कोई चारा नहीं है। दो और नए चेहरे आपको इन सातों में नज़र आयेंगे। इन दो नये चेहरे के नाम सुनके हो सकता है कि आप नाक मुँह सिकोड़ लें। हालाँकि ये दोनों इंडिया के लिये पहले टेस्ट मैच खेल चुके हैं। एक तो हैं ध्रुव जुरैल। ध्रुव ने इंडिया ए के लिये आस्ट्रेलिया में बहुत अच्छा प्रदर्शन हाल फ़िलहाल में किया है। ध्रुव ने एक ही मैच खेला और उसमें दो पारियों में उन्होंने 148 रन बनाये हैं। उनकी तकनीक और दिमाग़ी संतुलन की ऑस्ट्रेलिया ने भी तारीफ़ की है। फिर एक और जो नया चेहरे आपको टीम में नज़र आएगा वो होगा देवदत्त पदीकाल का। देवदत्त ने एक टेस्ट खेला है और ६५ रनों की पारी भी खेली थी। पर उनके पक्ष में निर्णय इसलिए गया है क्योंकि उन्होंने इंडिया ए के लिये दो मैचों में 151 रन बनाये थे। ऑस्ट्रेलिया की परिस्थित्यों का उन्हें अनुभव हो गया है। बाक़ी के चार बल्लेबाज़ों के नाम आप ख़ुद गेस कर सकते हैं। ओपनर होंगे यशस्वी जयसवाल और केएल राहुल। और बीच की बैटिंग में होंगे विराट कोहली और ऋषभ पंत। तो ये सात हुए टीम इंडिया के बल्लेबाज़ पर्थ टेस्ट के लिये। केएल राहुल, यशस्वी जयसवाल, देवदत्त पदीकाल, विराट कोहली, ऋषभ पंत, ध्रुव जुरैल और नीतीश कुमार रेड्डी। बाक़ी के चार में तीन नाम तो तय हैं। जसप्रित बुमराह, मोहम्मद सिराज और रविचंद्रन अश्विन ग्यारवे नंबर पर होंगे या तो हर्षित राणा या प्रसिद्ध कृष्णा। अब इस लाइन अप से पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर नाखुश हैं। वो कह रहे हैं कि राहुल को क्यों खिलाया जा रहा है। राहुल ने एक ओपनर के रूप में क्या तीर मारा है जो उन्हें खिलाया जा रहा है। राहुल ने ७५ पारियों में इंडिया के लिये ओपन किया है है और उनका औसत सिर्फ़ 35 का है। मांजरेकर ये भी कहते हैं कि राहुल का आत्मविश्वास इस समय तल्ले पर है। और ऐसे में इंडिया का पहला विकेट जल्दी उड़ सकता है। ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले मैचों का इतिहास यही बताता है कि अगर पहले के चार बल्लेबाज़ रन ना बना पायें तो टीम की नैया डूब जाती है। राहुल नंबर छह पर फिट बैठते हैं क्योंकि वो नीचे की बल्लेबाज़ी सम्भाल सकते हैं। पर जब मांजरेकर ये आलोचना करते हैं तो वो भूल जाते हैं कि अगर पारी की शुरुआत कराई जाए तो किससे कराई जाए। टीम में ले देकर सिर्फ़ एक बल्लेबाज़ और बचा है। सरफ़राज़ ख़ान। उनको ओपनिंग का अनुभव नहीं है। शुभमन गिल पारी की शुरुआत कर सकते थे पर उनकी उँगली में चोट है और वो पहला टेस्ट नहीं खेल रहे हैं। तो ले देकर बात ये निकली कि टीम इंडिया को अपने ग्यारह में इंडिया ए के खिलाड़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है। ऐसे में इस टीम से अच्छे प्रदर्शन की क्या उम्मीद की जा सकती है।